नई दिल्ली: शेयर बाजार में निवेश करने वाले कई निवेशक इन दिनों बाजार की चाल देखकर घबराहट में अपने स्टॉक्स बेच रहे हैं। लेकिन जानकारों का मानना है कि यह जल्दबाज़ी भारी पड़ सकती है, क्योंकि असली तेजी अभी बाकी है।
🔹 क्या कहता है मार्केट मूड?
हाल के दिनों में बाजार में कुछ मामूली गिरावट या साइडवेज़ ट्रेंड देखा गया है, जिससे छोटे निवेशक भ्रम में आ गए हैं। उन्हें लग रहा है कि कहीं बाजार गिर न जाए, इसलिए वे पोजीशन एग्जिट कर रहे हैं।
लेकिन एक्सपर्ट्स के मुताबिक:
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ये गिरावट सिर्फ एक कूलिंग ऑफ फेज है
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मजबूत कंपनियों के शेयर अभी भी लो प्राइस पर मौजूद हैं
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और जल्द ही बाजार में एक नई तेजी की लहर आ सकती है
🔹 तेजी क्यों आ सकती है?
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अर्थव्यवस्था के संकेत सकारात्मक हैं — महंगाई नियंत्रण में, और GDP ग्रोथ अनुमान अच्छे हैं
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बजट और चुनावी सीजन आने वाला है — इससे बाजार में नई ऊर्जा आ सकती है
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FIIs और DIIs की खरीदारी फिर से सक्रिय हो रही है
🔹 क्यों न निकलें अभी?
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जो निवेशक अब निकलेंगे, वे शायद आने वाली तेजी से फायदा नहीं उठा पाएंगे
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कई मजबूत सेक्टर्स जैसे इंफ्रा, बैंकिंग, IT और FMCG में अच्छे स्टॉक्स अभी भी ग्रोथ मोड में हैं
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बाजार से बाहर रहने का मतलब है मौके का नुकसान
🔹 निवेशकों के लिए सलाह:
✅ घबराएं नहीं
✅ मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनियों में टिके रहें
✅ लॉन्ग टर्म नजरिया रखें
✅ हर गिरावट को एक खरीद का मौका समझें
✅ निष्कर्ष:
बाजार से अभी बाहर निकलना यानी अधपके फल को छोड़ देना। समझदारी इसी में है कि सही स्टॉक्स में बने रहें और तेजी का इंतजार करें, क्योंकि जो धैर्य रखता है, वही असली मुनाफा कमाता है!
"बाजार भागता नहीं है,
पर मौके बार-बार नहीं आते!"
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