हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उनका आरोप है कि कांग्रेस अब जांच एजेंसियों और सरकारी भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वालों को डराने-धमकाने में जुट गई है।
🗣️ क्या बोले जयराम ठाकुर?
शिमला में मीडिया से बात करते हुए जयराम ठाकुर ने कहा:
“जो भी व्यक्ति कांग्रेस सरकार की नाकामियों और घोटालों की पोल खोलता है, उसे डराने की कोशिश की जा रही है। यहां तक कि ईमानदारी से काम कर रही जांच एजेंसियों पर भी दबाव बनाया जा रहा है।”
उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा साफ नहीं है और वह लोकतंत्र की आवाज को दबाने की दिशा में बढ़ रही है।
🧾 किस संदर्भ में दिया बयान?
जयराम ठाकुर का यह बयान उस समय आया है जब राज्य में कुछ बड़े घोटालों की जांच चल रही है और कई विपक्षी नेताओं ने सरकार के खिलाफ सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि सरकार जांच की दिशा बदलना चाहती है और जो अधिकारी निष्पक्ष जांच कर रहे हैं, उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।
🛡️ लोकतंत्र की रक्षा की बात
जयराम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष जनता की आवाज है और वह कभी चुप नहीं बैठेगा। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह सत्ता में रहते हुए लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करना चाहती है, जो कि एक गंभीर चिंता का विषय है।
“सरकार को याद रखना चाहिए कि लोकतंत्र में विपक्ष को चुप नहीं कराया जा सकता। हम जनता के सवाल हर मंच पर उठाते रहेंगे,” – जयराम ठाकुर
🏛️ कांग्रेस की प्रतिक्रिया?
अब तक कांग्रेस की तरफ से इस बयान पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में यह बयान राजनीतिक हलकों में गर्मी जरूर बढ़ाएगा।
🔚 निष्कर्ष:
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के इस बयान ने हिमाचल की सियासत में एक नई बहस छेड़ दी है। अगर जांच एजेंसियों पर दबाव जैसी बातें सही हैं, तो यह लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी हो सकती है। जनता अब यही देख रही है कि सच में कौन सही है – सत्ता या सवाल।

