हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने केंद्र की भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि जो भी व्यक्ति या पार्टी भाजपा के खिलाफ आवाज उठाता है, उसके पीछे तुरंत ईडी या सीबीआई जैसी जांच एजेंसियां लगा दी जाती हैं। वहीं जो भाजपा के सामने सिर झुका लेता है, उसका दामन एकदम “साफ-सुथरा” मान लिया जाता है।
🗣️ क्या बोले सीएम सुक्खू?
मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम सुक्खू ने कहा:
“आजकल जो भाजपा के सामने झुक जाता है, उसके सारे पाप धुल जाते हैं। लेकिन अगर कोई सवाल उठाए, भ्रष्टाचार के खिलाफ बोले या लोकतंत्र की बात करे, तो उसके पीछे केंद्रीय एजेंसियां लगा दी जाती हैं।”
🎯 विपक्षी नेताओं पर कार्रवाई का जिक्र
सीएम ने कहा कि हाल के दिनों में कई विपक्षी नेताओं और मुख्यमंत्रियों को ईडी और सीबीआई का नोटिस दिया गया है, लेकिन जो भाजपा में शामिल हो गए, उन्हें "साफ छवि वाला नेता" बता दिया गया।
🏛️ लोकतंत्र पर खतरा
मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार की नीतियों को लोकतंत्र के लिए खतरनाक बताते हुए कहा कि देश में एकतरफा राजनीति को बढ़ावा दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा:
“लोकतंत्र में सवाल पूछना गुनाह नहीं होता, लेकिन भाजपा सरकार इसे बर्दाश्त नहीं कर रही। हर उस आवाज को दबाया जा रहा है जो सरकार से जवाब मांगती है।”
🧾 हिमाचल में भी दबाव?
सुक्खू का इशारा यह भी था कि हिमाचल में कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने की कोशिशें की जा रही हैं। उन्होंने साफ कहा कि वे किसी भी दबाव में आने वाले नहीं हैं और प्रदेश की जनता के हित में फैसले लेते रहेंगे।
🔚 निष्कर्ष:
सीएम सुक्खू के इस बयान से एक बार फिर केंद्र और राज्य सरकारों के बीच टकराव की स्थिति सामने आई है। सवाल यह है कि क्या वाकई केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल राजनीतिक हथियार की तरह हो रहा है, या फिर यह सिर्फ एक राजनीतिक बयानबाज़ी है? फैसला तो जनता ही करेगी।

