आज हम जब भी किसी फाइल को एक डिवाइस से दूसरी में ट्रांसफर करना चाहते हैं, तो सबसे आसान तरीका होता है — पेन ड्राइव। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस काम की चीज को आखिर किसने बनाया और कब बनाई गई थी पहली पेन ड्राइव?
चलिए जानते हैं दुनिया की पहली पेन ड्राइव के पीछे की दिलचस्प कहानी:
🧠 पहली पेन ड्राइव का आविष्कार किसने किया?
दुनिया की पहली पेन ड्राइव का आविष्कार "डोव मोरन (Dov Moran)" ने किया था, जो इज़राइल की एक कंपनी M-Systems के संस्थापक थे।
यह पेन ड्राइव साल 1999 में विकसित की गई थी। हालांकि इसका औपचारिक लॉन्च साल 2000 में किया गया था।
🏢 किस कंपनी ने बनाई पहली पेन ड्राइव?
➡️ M-Systems, इज़राइल की टेक कंपनी, ने दुनिया की पहली USB फ्लैश ड्राइव (पेन ड्राइव) बनाई।
➡️ बाद में इस तकनीक को SanDisk कंपनी ने खरीद लिया, जो आज भी पेन ड्राइव बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है।
🔌 पहली पेन ड्राइव की खासियतें:
| फीचर | जानकारी |
|---|---|
| लॉन्च वर्ष | 2000 |
| स्टोरेज क्षमता | सिर्फ 8 MB |
| इंटरफेस | USB 1.0 |
| नाम | "DiskOnKey" |
आज हम जहां 1TB तक की पेन ड्राइव इस्तेमाल कर रहे हैं, वहीं पहली पेन ड्राइव में सिर्फ कुछ फोटो या डॉक्यूमेंट ही आ सकते थे।
🌍 दुनिया को क्या फायदा हुआ?
पेन ड्राइव के आने से पहले लोग CD, Floppy Disk या ZIP Drives का इस्तेमाल करते थे, जो या तो बड़े होते थे या बहुत कम स्टोरेज रखते थे। पेन ड्राइव ने डेटा ट्रांसफर और स्टोरेज की दुनिया को आसान, तेज़ और पोर्टेबल बना दिया।
📌 निष्कर्ष:
छोटे से आकार में छुपा ये बड़ा आविष्कार आज हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा है। डोव मोरन और उनकी टीम ने जिस तकनीक की शुरुआत की, उसने दुनिया भर में डेटा स्टोरेज का तरीका ही बदल दिया।

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