हिमाचल प्रदेश में स्कूली शिक्षा को लेकर एक और महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। अब राज्य में तीसरी, पांचवीं और आठवीं कक्षा के छात्रों की री-अपीयर परीक्षाएं भी हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा तैयार किए गए प्रश्नपत्रों से ही करवाई जाएंगी। यह फैसला शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और गुणवत्ता बनाए रखने के उद्देश्य से लिया गया है।
📘 क्या है नया बदलाव?
पहले री-अपीयर (Re-Appear) परीक्षाएं स्कूल स्तर पर अपने-अपने तरीके से आयोजित होती थीं। लेकिन अब ये परीक्षाएं भी बोर्ड द्वारा तय किए गए प्रश्नपत्रों से होंगी, ताकि मूल्यांकन का एक समान पैमाना सुनिश्चित किया जा सके।
🏫 किन कक्षाओं पर होगा असर?
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कक्षा 3वीं, 5वीं, और 8वीं के वे छात्र जो नियमित परीक्षा में अनुत्तीर्ण (फेल) हुए हैं
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अब वे छात्र बोर्ड के ही प्रश्नपत्रों से री-अपीयर परीक्षा देंगे
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इससे राज्यभर में परीक्षा प्रणाली में एकरूपता आएगी
🎯 सरकार का उद्देश्य क्या है?
राज्य सरकार और शिक्षा विभाग का उद्देश्य है कि प्रारंभिक कक्षाओं से ही छात्रों का मूल्यांकन पारदर्शी, निष्पक्ष और गुणवत्ता युक्त हो। इससे छात्रों को भविष्य में बेहतर तैयारी का लाभ मिलेगा और परीक्षा प्रणाली पर अभिभावकों का भरोसा भी बढ़ेगा।
📝 परीक्षा की तारीख और प्रक्रिया
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री-अपीयर परीक्षाएं गर्मी की छुट्टियों के बाद तय तारीखों पर आयोजित की जाएंगी
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प्रश्नपत्र हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा उपलब्ध कराए जाएंगे
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मूल्यांकन भी एक निर्धारित प्रक्रिया के तहत होगा
🔚 निष्कर्ष
हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड द्वारा उठाया गया यह कदम छात्रों के मूल्यांकन को अधिक संगठित और भरोसेमंद बनाएगा। शिक्षा के क्षेत्र में पारदर्शिता और गुणवत्ता बढ़ाने की दिशा में यह एक सराहनीय पहल है।