भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव जब-जब बढ़ता है, आम लोगों के मन में कई सवाल उठते हैं – कितने आतंकवादी मारे गए? कितने विमान गिराए गए? क्या राफेल फाइटर जेट भी कभी निशाने पर था? इन सवालों का जवाब खुद भारतीय सेना ने हाल ही में एक प्रेस कांफ्रेंस में दिया, जिसमें कई अहम बातों का खुलासा हुआ।
1. कितने आतंकी मारे गए?
सेना के अनुसार, साल 2023-24 में जम्मू-कश्मीर सहित देश के अन्य हिस्सों में लगभग 150 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया गया है। इनमें LOC पार से घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे आतंकी और कुछ स्थानीय आतंकवादी संगठन शामिल हैं।
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सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बाद से आतंकियों के खिलाफ भारतीय सेना की कार्रवाई और भी तेज हो गई है।
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सेना का कहना है कि अब “पहले गोली नहीं” की नीति को छोड़कर “पहले वार, फिर वार्ता” की नीति अपनाई गई है।
2. कितने विमान गिराए गए – भारत बनाम पाकिस्तान?
इस मुद्दे पर सेना ने साफ किया कि भारतीय वायुसेना का एक मिग-21 बाइसन विमान 2019 के बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद हुई एयर डॉगफाइट में गिरा था। हालांकि, भारतीय पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान ने एक F-16 पाकिस्तानी विमान को मार गिराया था।
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पाकिस्तान ने अपने F-16 विमान को गिरने से इनकार किया था, लेकिन अमेरिकी हथियारों की जांच में इसकी पुष्टि हुई कि उनका एक F-16 जेट मिसिंग था।
3. क्या राफेल को कभी निशाना बनाया गया?
राफेल भारत की सबसे ताकतवर और एडवांस लड़ाकू विमान श्रृंखला में से एक है। पाकिस्तान की ओर से कई बार इसको निशाना बनाने की कोशिशें की गईं, लेकिन:
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राफेल की हाई टेक्नोलॉजी और स्टील्थ सिस्टम की वजह से यह हमेशा सुरक्षित रहा।
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राफेल की स्पीड, इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग, और मिसाइल रेंज इतनी अधिक है कि दुश्मन उसे पकड़ ही नहीं पाता।
सेना ने बताया कि कभी भी कोई राफेल विमान दुश्मन के मिसाइल या रडार सिस्टम की जद में नहीं आया।
4. LOC और सीमा पर स्थिति
LOC पर भारतीय सेना ने अब ‘डोमिनेशन पोजिशन’ ले रखी है। मतलब ये कि:
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हर घुसपैठ की कोशिश का करारा जवाब दिया जा रहा है।
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सीमा पर 24x7 ड्रोन निगरानी और नाइट विजन सिस्टम लगाया गया है।
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सेना की नई रणनीति में स्पीड + टेक्नोलॉजी + इंटेलिजेंस को प्राथमिकता दी गई है।
5. भारतीय सेना की रणनीति में बदलाव
सेना ने बताया कि पहले जहां हम रक्षात्मक मोड में रहते थे, अब हम हमलावर रुख अपनाते हैं। इसके कुछ उदाहरण:
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आर्टिलरी और Bofors गन की जगह अब Dhanush और ATAGS जैसे देसी हथियार काम में लिए जा रहे हैं।
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LOC और LAC पर जवानों को अब टैक्टिकल गियर, बुलेटप्रूफ जैकेट, और कम्युनिकेशन डिवाइसेज़ से लैस किया गया है।
6. सर्जिकल स्ट्राइक का असर आज तक
सेना ने कहा कि 2016 और 2019 में हुई सर्जिकल और एयर स्ट्राइक्स के बाद से आतंकियों और पाकिस्तान की सेना में डर बना हुआ है।
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आतंकियों के कैंप LOC से 10-15 किलोमीटर पीछे शिफ्ट कर दिए गए हैं।
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पाकिस्तानी मीडिया भी अब इन ऑपरेशनों की खुलकर चर्चा नहीं करती क्योंकि इससे उनके मनोबल पर असर पड़ता है।
निष्कर्ष
भारतीय सेना की पारदर्शिता और ताकत इस बात का सबूत है कि देश की सीमाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हम केवल गोली नहीं, तकनीक और रणनीति से भी लड़ाई जीत रहे हैं। और जहां तक बात है राफेल की – तो वो आज भी आसमान में दुश्मनों की नींद उड़ाने वाला सबसे खतरनाक हथियार बना हुआ है।