नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े बैंक घोटालों में शामिल और लंबे समय से फरार चल रहे हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है। सूत्रों के मुताबिक, चोकसी को अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की मदद से अंतरिगा (Antigua) या डोमिनिका क्षेत्र से पकड़ा गया है और अब उसे जल्द भारत लाया जा सकता है।
कौन है मेहुल चोकसी?
मेहुल चोकसी देश के सबसे बड़े बैंक घोटालों में से एक पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले का आरोपी है। उस पर लगभग 13,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है। चोकसी अपने भांजे नीरव मोदी के साथ इस घोटाले में शामिल था। दोनों देश छोड़कर भाग गए थे – नीरव मोदी लंदन में गिरफ्तार है और जेल में बंद है, वहीं चोकसी एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता लेकर फरार था।
कैसे हुई गिरफ्तारी?
सूत्रों के अनुसार, मेहुल चोकसी की गतिविधियों पर लंबे समय से नजर रखी जा रही थी। हाल ही में उसकी मौजूदगी को लेकर ठोस जानकारी मिलने पर, स्थानीय पुलिस और इंटरपोल की मदद से उसे पकड़ लिया गया। अब भारत सरकार उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ा रही है।
भारत सरकार की तैयारी
भारत सरकार ने पहले ही चोकसी को भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित कर रखा है। भारत सरकार उसके खिलाफ प्रत्यर्पण की कानूनी कार्यवाही में लगी हुई थी, और अब गिरफ्तारी के बाद उसे जल्द भारत लाने की संभावना प्रबल हो गई है।
क्या होगा आगे?
गिरफ्तारी के बाद अब मेहुल चोकसी को भारत लाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। भारत लौटते ही उसके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) और CBI कार्रवाई तेज करेंगी। इस मामले में और भी कई खुलासे होने की उम्मीद है, जो बैंक घोटाले की गहराई को उजागर कर सकते हैं।
निष्कर्ष:
मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी भारत के लिए एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। लंबे समय से फरार चल रहा यह भगोड़ा अब भारतीय कानून का सामना करेगा। देश के करोड़ों रुपये लेकर भागे इस आरोपी की वापसी से न्याय की उम्मीद जगी है।
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