नई दिल्ली: अगर आप दिल्ली में रहते हैं और आपकी गाड़ी 15 या 10 साल पुरानी है, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। राजधानी में अब पुरानी पेट्रोल और डीजल गाड़ियों पर सख्त कार्रवाई शुरू हो गई है। दिल्ली सरकार ने लगभग 55 लाख गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया है और इन्हें अब पेट्रोल-डीजल नहीं मिलेगा।
🔹 क्या है सरकार का फैसला?
दिल्ली सरकार ने नेशनल ग्रीन ट्राइब्यूनल (NGT) और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद यह बड़ा कदम उठाया है। आदेश के मुताबिक:
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15 साल पुरानी पेट्रोल गाड़ियां और
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10 साल पुरानी डीजल गाड़ियां
अब दिल्ली की सड़कों पर नहीं चल सकेंगी।
इन गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया गया है और इन्हें अब पेट्रोल पंपों पर ईंधन भी नहीं मिलेगा।
🔹 कितनी गाड़ियों पर असर?
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक:
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करीब 55 लाख से ज्यादा गाड़ियां इस फैसले से प्रभावित होंगी।
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इनमें ज्यादातर कारें, टू-व्हीलर, ऑटो और पुराने कमर्शियल वाहन शामिल हैं।
🔹 पकड़ी गई तो क्या होगा?
अगर कोई व्यक्ति अब भी इस तरह की पुरानी गाड़ी को सड़क पर चलाते हुए पकड़ा गया, तो:
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वाहन जप्त (Seize) किया जाएगा
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भारी जुर्माना लगाया जाएगा
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और यहां तक कि स्क्रैपिंग के लिए भेजा जा सकता है
🔹 क्या है सरकार का मकसद?
दिल्ली में लगातार बिगड़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। पुरानी गाड़ियां पर्यावरण के लिए सबसे बड़ा खतरा बन चुकी हैं। सरकार का लक्ष्य है कि:
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प्रदूषण कम किया जाए
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और लोगों को इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर बढ़ाया जाए
🔹 क्या है लोगों के लिए विकल्प?
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पुरानी गाड़ी स्क्रैप करवाएं और स्क्रैप सर्टिफिकेट लें
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इलेक्ट्रिक वाहन या नई गाड़ी खरीदें
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कुछ मामलों में फिटनेस सर्टिफिकेट लेकर कमर्शियल उपयोग की अनुमति मिल सकती है (सिर्फ दिल्ली NCR से बाहर)
✅ निष्कर्ष:
दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रण के लिए उठाया गया ये कदम बड़ा और सख्त है। अगर आपकी गाड़ी पुराने नियमों में आती है, तो समय रहते जरूरी कदम उठाएं, वरना गाड़ी चलाना महंगा साबित हो सकता है।
जय हिंद!
जय पर्यावरण!
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