Himachal News: हरी मिर्च किसानों की आर्थिकी करेगी मजबूत, पालमपुर कृषि विश्वविद्यालय ने तैयार की तीन नई किस्में

हिमाचल प्रदेश के किसानों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है। डॉ. वाईएस परमार कृषि विश्वविद्यालय, पालमपुर ने हरी मिर्च की तीन नई उन्नत किस्में विकसित की हैं, जो राज्य के किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में मददगार साबित होंगी।


🌶️ हरी मिर्च की कौन-कौन सी किस्में तैयार हुईं?

विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने शोध के बाद जो तीन नई किस्में विकसित की हैं, वे इस प्रकार हैं:

  1. चिली पालम - 1

  2. चिली पालम - 2

  3. चिली पालम - 3

इन किस्मों को विशेष तौर पर हिमाचल की जलवायु और मिट्टी को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है।



🌱 इन किस्मों की खासियत क्या है?

  • ये किस्में कम समय में तैयार होती हैं

  • रोगों के प्रति अधिक प्रतिरोधक क्षमता रखती हैं

  • उत्पादन में दोगुना से अधिक वृद्धि देखने को मिल सकती है

  • गुणवत्ता और तीखापन बाज़ार की मांग के अनुसार है


💼 किसानों को होगा बड़ा लाभ

इन नई किस्मों के आने से किसानों को:

  • अधिक उत्पादन और आय मिलने की संभावना

  • कम लागत में बेहतर फसल

  • बाज़ार में अच्छी कीमत मिलने से मुनाफा बढ़ेगा

  • स्थानीय स्तर पर रोज़गार के अवसर भी उत्पन्न हो सकते हैं


🧑‍🌾 विश्वविद्यालय का क्या कहना है?

कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों का कहना है कि ये किस्में पूरे प्रदेश के अलग-अलग जिलों में ट्रायल के तौर पर उगाई गईं और नतीजे बहुत उत्साहजनक रहे। अब इन्हें बड़े पैमाने पर किसानों के बीच वितरित किया जाएगा।


🔚 निष्कर्ष

हरी मिर्च की ये तीन नई किस्में हिमाचल के किसानों के लिए एक नया अवसर और उम्मीद लेकर आई हैं। राज्य में बागवानी और खेती से जुड़े युवाओं को भी इससे प्रेरणा मिलेगी और वे आधुनिक खेती की ओर अग्रसर हो सकेंगे।

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